नयी दिल्ली, 18 अगस्त (भाषा) एयर कंडीशनर (एसी) पर माल एवं सेवा कर (जीएसटी) को मौजूदा 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत करने के सरकार के प्रस्ताव से उपकरण विनिर्माताओं को आगामी त्योहारों के दौरान अच्छी बिक्री की उम्मीद है।
इससे विभिन्न मॉडल के आधार पर एयर कंडीशनर (एसी) की कीमतें 1,500 रुपये से 2,500 रुपये तक कम हो जाएंगी।
सरकार द्वारा हाल ही में आयकर में कटौती और भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा रेपो दर में संशोधन के बाद कीमतों में यह कटौती होने जा रही है। अब इस कदम से न केवल एसी तक लोगों की पहुंच बढ़ेगी, बल्कि ‘प्रीमियम एसी’ की मांग भी बढ़ेगी जहां लोग लागत लाभ के कारण ऊर्जा-कुशल मॉडल खरीदेंगे।
इसके अलावा, इससे 32 इंच से अधिक के टीवी स्क्रीन पर जीएसटी स्लैब को मौजूदा 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत करने में भी मदद मिलेगी।
ब्लू स्टार के प्रबंध निदेशक बी. त्यागराजन ने इसे एक ‘‘शानदार कदम‘‘ बताते हुए सरकार से इन बदलावों को शीघ्र लागू करने का आग्रह किया क्योंकि लोग रूम एयर कंडीशनर (आरएएसी) की खरीद से पहले अब इस फैसले के लागू होने का इंतजार कर रहे हैं।
त्यागराजन ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘ अब अगस्त में कोई भी आरएसी (रूम एसी) नहीं खरीदेगा, सितंबर या एक अक्टूबर तक इंतजार करेगा। इस बीच क्या कर सकते हैं। डीलर नहीं खरीदेंगे और ग्राहक नहीं खरीदेंगे।’’
ग्राहकों को मिलने वाले मूल्य लाभ के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘ यह लगभग 10 प्रतिशत होगा’’ क्योंकि जीएसटी अंतिम मूल्य पर लगाया जाता है।
पैनासोनिक लाइफ सॉल्यूशंस इंडिया के चेयरमैन मनीष शर्मा ने कहा कि उद्योग को ऊर्जा कुशल उत्पादों पर करीब 12 प्रतिशत जीएसटी की उम्मीद है और बाकी उत्पादों पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘ हालांकि, ऐसी स्थिति में जब एसी और अन्य उपकरणों पर जीएसटी 28 से घटाकर 18 प्रतिशत कर दिया जाता है, तो बाजार में कीमतों में सीधे तौर पर छह से सात प्रतिशत की कमी आएगी क्योंकि आमतौर पर जीएसटी आधार मूल्य पर लगाया जाता है। इसलिए यह अभूतपूर्व है।’’
शर्मा ने कहा कि इससे मॉडल के आधार पर अंतिम उपभोक्ता के लिए एसी की कीमत में 1,500 से 2,500 रुपये तक की कमी आएगी।
गोदरेज अप्लायंसेज ने भी प्रस्तावित कटौती से उपभोग को बढ़ावा देने और उपकरणों की मांग को बढ़ाने में महत्वपूर्ण मदद मिलने की उम्मीद जाहिर की।
गोदरेज एंटरप्राइजेज समूह के व्यापार प्रमुख कमल नंदी ने कहा, ‘‘ भारत में एसी की पहुंच अब भी नौ से 10 प्रतिशत के निचले स्तर पर है। इसलिए, एसी पर जीएसटी को 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत करने से इसे आम लोगों के लिए इसे अधिक किफायती बनाने और कई भारतीयों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद मिल सकती है।’’
कई वैश्विक ब्रांड का लाइसेंस रखने वाली टीवी विनिर्माण कंपनी सुपर प्लास्ट्रोनिक्स प्राइवेट लिमिटेड (एसपीपीएल) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अवनीत सिंह मारवाह ने कहा कि इससे घरेलू बाजार में उपभोक्तावाद बढ़ेगा और त्योहारों में बिक्री बढ़ेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘ ब्रांड में सालाना आधार पर 20 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की जा सकती है। यह एसी और 32 इंच से बड़े स्मार्ट टीवी के लिए एक शानदार वापसी है, दोनों ही 28 प्रतिशत कर के दायरे में थे।’’
उन्होंने हालांकि साथ ही सुझाव दिया कि सरकार को 32 इंच के स्मार्ट टीवी को पांच प्रतिशत के दायरे में लाने पर गंभीरता से विचार करना चाहिए, जो एक बड़ा बदलाव होगा क्योंकि इस खंड में 38 प्रतिशत हिस्सा असंगठित क्षेत्र से आता है।
बेमौसम बारिश और मानसून के समय से पहले आने से अप्रैल-जून तिमाही में रूम-एयर कंडीशनिंग (आरएसी) कारोबार से जुड़ी सूचीबद्ध कंपनियों के राजस्व को 34 प्रतिशत तक प्रभावित किया है।
वोल्टास, ब्लू स्टार और हैवेल्स जैसी सूचीबद्ध कंपनियों ने अप्रैल-जून तिमाही में आरएसी व्यवसाय में अपने खंड राजस्व में 13 प्रतिशत से 34 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की है, जिससे उनके राजस्व एवं मुनाफे पर अल्पकालिक दबाव बना है।
भाषा निहारिका अजय
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