छत्रपति संभाजीनगर, 19 अगस्त (भाषा) महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले में सोमवार को देर रात एक ऑटो रिक्शा और कार में सवार सात लोग बाढ़ग्रस्त सड़क पर बह गए जिनमें से तीन लोगों को स्थानीय बचाव दल ने सुरक्षित निकाल लिया, जबकि एक पुरुष और तीन महिलाएं अब भी लापता हैं।
जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना मुजखेड़-उदगीर रोड पर देर रात करीब एक बज कर 40 मिनट पर हुई।
उन्होंने बताया कि बीते दो दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण जिले के कई गांव जलमग्न हो गए हैं और अब तक 293 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है।
उन्होंने बताया कि राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीम पिछले तीन दिनों से लगातार राहत और बचाव कार्य में लगी हुई है और चार गांवों से लोगों को निकाला गया है।
प्रशासन के अनुसार, सोमवार को ही बरहली और मुक्करामाबाद राजस्व मंडलों में क्रमश: 354.8 मिमी और 206.8 मिमी बारिश दर्ज की गई। इसके चलते लेंदी नदी का जलस्तर बढ़ गया और आसपास के गांवों में पानी घुस गया, हालांकि अब स्थिति नियंत्रण में है।
अधिकारी ने बताया कि रावनगांव से 225 लोगों को, भिंगोली से 40, बसवाड़ी से 10 और हसनाल से आठ लोगों को सुरक्षित निकाला गया। भारतीय सेना की एक यूनिट ने प्रभावितों के इलाज के लिए मेडिकल कैंप भी स्थापित किया है।
मौसम विभाग ने जिले के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। इस बीच, मराठवाड़ा क्षेत्र की 11 प्रमुख सिंचाई परियोजनाओं में जल भंडारण क्षमता 90.03 प्रतिशत तक पहुंच गई है और सात बांधों से पानी छोड़ा जा रहा है।
प्रशासन के अनुसार, मंगलवार को सुबह तक इन परियोजनाओं से कुल 2,94,114 क्यूसेक पानी गोदावरी नदी घाटी में छोड़ा गया।
भाषा मनीषा शोभना
शोभना