अयोध्या (उत्तर प्रदेश), 19 अगस्त (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पांच अगस्त 2020 को आधारशिला रखे जाने के बाद शुरू हुए राम मंदिर निर्माण की पूरी प्रक्रिया को स्थल पर लगाए गए पांच ‘टाइम-लैप्स’ कैमरों द्वारा रिकॉर्ड किया गया है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
‘टाइम-लैप्स’ कैमरा एक ऐसा कैमरा होता है जो किसी घटना या दृश्य की तस्वीरें बहुत धीरे-धीरे (जैसे हर कुछ सेकंड, मिनट या घंटों में) खींचता है और फिर उन तस्वीरों को जोड़कर एक वीडियो बनाता है।
निर्माण पूरा होने तक की पूरी यात्रा को रिकॉर्ड करने के लिए कैमरे लगाने वाले राम मंदिर न्यास ने इन रिकॉर्डिंग को ‘‘बौद्धिक संपदा अधिकार’’ घोषित कर दिया है।
मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने बताया कि इन्हें एक समझौते के तहत केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान, रुड़की को दिए जाएंगे, ताकि इस सामग्री का इस्तेमाल पढ़ाई, प्रशिक्षण और मंदिर के निर्माण पर वृत्तचित्र बनाने के लिए किया जा सके।
उन्होंने कहा, ‘‘इसमें खुदाई और मिट्टी परीक्षण से लेकर प्रस्तावों और चरणबद्ध निर्माण तक, हर चीज का दस्तावेजीकरण किया जाएगा।’’
मिश्रा ने बताया कि समीक्षा के दौरान मंदिर की अस्थायी प्रतिकृति और ग्रेनाइट स्तंभ की डिजाइन पर विस्तार से चर्चा की गई।
उन्होंने बताया, ‘‘निर्माण कार्य की गति को देखते हुए, अनुमान है कि अधिकांश कार्य अक्टूबर के अंत तक पूरा हो जाएगा।’’
कलाकृतियों पर नवीनतम जानकारी देते हुए मिश्रा ने बताया कि मंदिर के निचले चबूतरे पर स्थापित किए जाने वाले 90 भित्तिचित्रों में से 85 पहले ही पूरे हो चुके हैं और प्राप्त हो चुके हैं, जबकि त्रि-आयामी मूर्तियों में 15 से 30 दिनों की देरी हुई है।
उन्होंने आगे कहा, ‘‘बैठक के दौरान इसकी विस्तार से समीक्षा की गई।’’
भाषा सं जफर खारी
खारी