नयी दिल्ली, 19 अगस्त (भाषा) सरकार ने मंगलवार को संसद में कहा कि चीन द्वारा प्रमुख ‘रेअर अर्थ मैग्नेट’ पर निर्यात प्रतिबंध लगाने के कारण आपूर्ति शृंखला में बाधा उत्पन्न हुई है और इलेक्ट्रिक वाहन निर्माताओं सहित घरेलू उद्योग प्रभावित हुए हैं।
लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने कहा कि इस मुद्दे के समाधान के उपाय तलाशने के लिए संबंधित हितधारकों के साथ नियमित रूप से परामर्श किया गया है।
उन्होंने बताया कि खान मंत्रालय महत्वपूर्ण खनिजों की आपूर्ति शृंखला सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहा है, जिसमें दुर्लभ मृदा तत्व भी शामिल हैं, जिनका उपयोग ‘रेअर अर्थ मैग्नेट’ के उत्पादन में किया जाता है, क्योंकि वे इलेक्ट्रिक वाहन सहित विभिन्न क्षेत्रों के लिए महत्वपूर्ण सामग्री हैं।
खनिज संसाधनों से समृद्ध देशों के साथ सहयोग विकसित करने के लिए खान मंत्रालय ने पहले ही ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना, जाम्बिया, पेरू, जिम्बाब्वे, मोजाम्बिक, मलावी, कोट डी आइवरी की सरकारों और अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (आईईए) जैसे अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ द्विपक्षीय समझौते किए हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘चीन द्वारा प्रमुख ‘रेअर अर्थ मैग्नेट’ पर हाल ही में लगाए गए निर्यात प्रतिबंधों के परिणामस्वरूप आपूर्ति शृंखला में बाधा उत्पन्न हुई है, जिसका असर इलेक्ट्रिक वाहन निर्माताओं सहित भारतीय उद्योगों पर पड़ा है।’’
‘रेअर अर्थ मैग्नेट’, दुर्लभ मृदा तत्वों के मिश्रधातुओं से बने एक प्रकार के स्थायी चुम्बक हैं।
भाषा सुभाष वैभव
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