अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शनिवार को एक अहम बयान देते हुए दावा किया कि उन्होंने थाईलैंड और कंबोडिया के नेताओं से बात की है और दोनों पक्षों ने तत्काल सीजफायर वार्ता के लिए सहमति दे दी है।
ट्रम्प ने लिखा – दोनों पक्ष तत्काल युद्धविराम और शांति चाहते हैं। मैंने कंबोडिया के प्रधानमंत्री हुन मानेट और थाईलैंड के कार्यवाहक प्रधानमंत्री फुमथम वेचायाचाई से अलग-अलग बात की है। थाईलैंड के कार्यवाहक प्रधानमंत्री फूमथाम ने डोनाल्ड ट्रंप की बातचीत को सराहा और फेसबुक पोस्ट में लिखा कि वे युद्धविराम के पक्ष में हैं।
कंबोडिया ईमानदारी दिखाए
हालांकि, उन्होंने साफ कहा कि शांति तभी मुमकिन है जब कंबोडिया ईमानदारी दिखाए और द्विपक्षीय बातचीत के लिए तैयार हो।
900 साल पुराना प्रीह विहिर मंदिर बना विवाद की जड़
प्रीह विहिर मंदिर, जो भगवान शिव को समर्पित है, कंबोडिया के डांगरेक पहाड़ों में 525 मीटर ऊंची चट्टान पर स्थित है। यह मंदिर 12वीं शताब्दी में खमेर साम्राज्य के दौरान निर्मित हुआ था। यह मंदिर न केवल कंबोडिया बल्कि थाईलैंड के लोगों के लिए भी धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक है। हालांकि यह मंदिर कंबोडिया की सीमा में स्थित है, लेकिन थाईलैंड इसे लेकर वर्षों से भौगोलिक और सांस्कृतिक दावा करता रहा है। इसी के चलते यह मंदिर सीमा विवाद का एक प्रमुख बिंदु बना हुआ है।
हजारों लोग कर रहे पलायन
थाइलैंड के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 58,000 से ज्यादा लोग चार प्रभावित थाई सीमावर्ती प्रांतों के गांवों से अस्थायी आश्रयों में चले गए हैं। जबकि कंबोडियाई अधिकारियों ने कहा है कि 4,000 से ज्यादा लोग सीमा के पास के इलाकों से पलायन कर गए हैं।