जानकारी के अनुसार, कुछ समय पहले महिला सचिव द्वारा सैन के खिलाफ अभद्रता के आरोप लगाए गए थे। शिकायत के आधार पर दोनों कार्मिकों को एपीओ कर दिया गया था। हालांकि बाद में पुलिस जांच में ये आरोप झूठे पाए गए और सैन को क्लीन चिट मिल गई। इसके बाद जिला परिषद की सीईओ रिया डाबी ने 6 मई को सेन को फिर से खेरवाड़ा में पदस्थापित करने के आदेश जारी किए।
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आदेश के तहत जैसे ही सैन कार्यालय पहुंचे, उसी दौरान महिला अधिकारी ने गाली-गलौज करते हुए उन पर डंडे से हमला कर दिया। इस अप्रत्याशित हमले से अन्य कर्मचारी भी सहम गए और किसी ने हस्तक्षेप नहीं किया। किसी तरह जान बचाकर सैन उदयपुर पहुंचे और जिला परिषद सीईओ को पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया। वहीं महिला सचिव नें आरोप लगाया कि ज़ब सेन ड्यूटी जॉइन करने ऑफिस आये तब उन्होंने उसे अभद्र शब्द कहते हुए छेड़छाड़ का प्रयास किया। उसके बाद गुस्से मे आकर उसनें सेन को डंडों से पीट दिया। घटना को लेकर प्रशासनिक हलकों में चर्चा तेज है और कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। जिला प्रशासन से इस मामले में जल्द जांच कर कार्रवाई की मांग की जा रही है।